User:RDJain
Jump to navigation
Jump to search
Shri Dev Guru Dharam Kripa Karo Bhagwan
णमो अरिहंताणं – मैं अरिहंतों को नमन करता हूँ
I bow down to Arihanta,
णमो सिद्धाणं – मैं सिद्धों को नमन करता हूँ
I bow down to Siddha,
णमो आयरियाणं – मैं आचार्यो को नमन करता हूँ
I bow down to Acharya,
णमो उवज्झायाणं – मैं उपाध्याओ को नमन करता हूँ
I bow down to Upadhyaya,
णमो लोए सव्व साहूणं – मैं लोक (जगत्) के सर्व साधुओ को नमन करता हूँ
I bow down to Sadhu and Sadhvi.
एसोपंचणमोक्कारो – ये पाँच नमन के उच्चार
These five bowings downs,
सव्वपावप्पणासणो – सभी पापो का पूरा नाश करते हैं
Destroy all the sins,
मंगला णं च सव्वेसिं – और, सभी मंगलों में
Amongst all that is auspicious,
पडमम हवई मंगलं – यह बिलकुल प्रथम मंगल हैं
This Navkar Mantra is the foremost.
Personal Information
[edit]Babel user information | |||||||||
---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|
| |||||||||
Users by language |